आध्यात्मिक जीवन “The Spiritual Journey” (Hindi Poetry) देखो स्वर्णिम दिन की शुरुआत हुई। किरण दिनकर की जब आयी मस्तक पर मधुबन में गुंजन भौंरों का, तब सुवास भरी धरा में ...
तन्हाई “Loneliness” (Hindi Poetry) “Shayari” जिसने भी तन्हाई में जीना सीख लिया उसी से रू-ब-रू हुई है “ज़िंदगी” हकीकत तो यही है “तुराज़” कि भीड़ में भी तन्हा ही होता ...
बेवजह बेचैनी (Restlessness without Reason) Story special मैं जब भी बाँसुरी का रियाज़ करता हूँ एक छोटा बच्चा आकर मेरे हाथों से बाँसुरी छीनने लगता है और फिर मैं उसको ...
(Motivational Thought) If we want to create the right atmosphere around us for concentrating the mind, then we can’t do better than to cultivate the attitude which “sees” God in ...
कौन हूँ मैं ? (Hindi Poetry) क्या कभी पूछा है अपने से – कि मैं कौन हूँ ? क्या तुम दुनिया में अपनी मर्जी से आये ? ये माँ-बाप चुने ...
(Hindi Poetry) “Shayari” यही तो “अदा” है उसकी खामोश सा रहता है और निगाहों से दिल में घर कर जाता है…. ...
“शबनम को भी खबर कहाँ कि दिनकर की पहली किरण काफी है मिट जाने को “ जीवन का मकसद “Object of Life” (Hindi Poetry) ज्यादा जी लेने से ही क्या ...
“The only mantra for our inner peace is to wish well for every being in the world as we are all connected to each other”. हमारे अंतर में शांति बनी ...
ना चाहते हुए भी, ना न कह सके और आज हम अपने से ही बहुत दूर चले गए…… (तुराज़)
Every step taken in life aids the other that 👣 follows. Hence take a step thoughtfully and carefully for it shall become your path! ...