अनंत की यात्रा “Journey to Infinity” (Hindi Poetry) उठो चलो, बड़ो आगे को रुक नहीं जाना है वैसे ही बहुत देर हो गई है अब आगे को बड़ते जाना है ...
प्यार की पकड़ “Hold of Love” (Hindi Poetry) शुरुआत प्यार की ऐसे ही होती है कुछ भी भा जाता है मन को। फिर जगती है पाने की इच्छा मैं और ...
तन्हाई “Loneliness” (Hindi Poetry) “Shayari” जिसने भी तन्हाई में जीना सीख लिया उसी से रू-ब-रू हुई है “ज़िंदगी” हकीकत तो यही है “तुराज़” कि भीड़ में भी तन्हा ही होता ...
कौन हूँ मैं ? (Hindi Poetry) क्या कभी पूछा है अपने से – कि मैं कौन हूँ ? क्या तुम दुनिया में अपनी मर्जी से आये ? ये माँ-बाप चुने ...
(Hindi Poetry) “Shayari” यही तो “अदा” है उसकी खामोश सा रहता है और निगाहों से दिल में घर कर जाता है…. ...
ना चाहते हुए भी, ना न कह सके और आज हम अपने से ही बहुत दूर चले गए…… (तुराज़)
कौन रोक पाया है कशिश प्यार की जैसे दरिया बहे चला जाता है समन्दर की तरफ, परवाह भी किसे है रास्ता ढूँढने की चलता है तो खुद बखुद रास्ता बनता ...