प्यार तो परमात्मा है “Love is Divine” (Hindi Poetry) प्यार-प्यार, क्या है ये प्यार? प्यार तो सब-कुछ ही है यार फिर प्यार के नाम पर इतनी तकरार ! लड़ाई-झगड़ा, कोर्ट-कचहरी, ...
प्यार की पकड़ “Hold of Love” (Hindi Poetry) शुरुआत प्यार की ऐसे ही होती है कुछ भी भा जाता है मन को। फिर जगती है पाने की इच्छा मैं और ...
खुशी और संतोष “Happiness & Contentment” (Hindi Poetry) खुशी तो बस खुशी होती है कभी भी, और कहीं भी होती है न जेब में बंद न कैद में किसी ...
प्रयास “Effort” (Hindi Poetry) मैं नन्हें-नन्हें डग भर तुझ तक, आने की कोशिश कर फिर-फिर गिर जाता हूं। पता नहीं क्यों ? फिर उठता हूं, डग भरता हूं, चल ...
आध्यात्मिक जीवन “The Spiritual Journey” (Hindi Poetry) देखो स्वर्णिम दिन की शुरुआत हुई। किरण दिनकर की जब आयी मस्तक पर मधुबन में गुंजन भौंरों का, तब सुवास भरी धरा में ...
तन्हाई “Loneliness” (Hindi Poetry) “Shayari” जिसने भी तन्हाई में जीना सीख लिया उसी से रू-ब-रू हुई है “ज़िंदगी” हकीकत तो यही है “तुराज़” कि भीड़ में भी तन्हा ही होता ...
कौन हूँ मैं ? (Hindi Poetry) क्या कभी पूछा है अपने से – कि मैं कौन हूँ ? क्या तुम दुनिया में अपनी मर्जी से आये ? ये माँ-बाप चुने ...
(Hindi Poetry) “Shayari” यही तो “अदा” है उसकी खामोश सा रहता है और निगाहों से दिल में घर कर जाता है…. ...
“शबनम को भी खबर कहाँ कि दिनकर की पहली किरण काफी है मिट जाने को “ जीवन का मकसद “Object of Life” (Hindi Poetry) ज्यादा जी लेने से ही क्या ...
ना चाहते हुए भी, ना न कह सके और आज हम अपने से ही बहुत दूर चले गए…… (तुराज़)