मैं जीवन हूं “I am Life” (Hindi Poetry) मैं जीवन हूं मेरा कोई लक्ष्य नहीं मैं बनता हूं, मिट जाता हूं फिर पुनः बन जाता हूं मिट्टी से बनकर, ...
सरिता “River” (Hindi Poetry) देखता हूं तट पर खड़े सरिता को बनाते रास्ते बड़ रही सागर की तरफ कुछ पुण्य का भाव लिए सूखता तरुवर कहीं पर पुकार रहा हो ...
“तुराज़” एक रहस्य “Turaaz- You the Mystery” (Hindi Poetry) “तुराज़” है, तो व्यक्त हो शब्द में, कि मैं कह सकूं, पड़ सकूं कि मैं लिख सकूं, और सुन सकूं। ...
कौन हूं मैं ? “Who am I” (Hindi Poetry “Shayari”) मैं सोचता हूं रोज उठकर कि मैं सोकर कहां चला जाता हूं। मैं उठता हूं, फिर निकल पड़ता हूं, ...
कलम का करिश्मा “Charisma of a Pen” (Hindi Poetry) “कलम” निर्बंध है और ध्यानस्त भी “कलम” ब्रह्मचारी नहीं है और न शाकाहारी ही “कलम” संयमी भी नहीं न परहेज़ है ...
प्यार संक्रमण है “Love is an Infection” (Hindi Poetry) ला-इलाज़ बीमारी है इस कदर कि, नस-नस से गुजर गई जब तलक खबर लगी हमको हद से बेहद हो गई। धक्क ...
कोरोना वायरस से सावधानी “Corona Virus Awareness” (Hindi Poetry) किसी देश के किसी शहर में किसी कॉलोनी के किसी घर में किसी कमरे में किसी शख्श को खांसी उठी थी ...
कर्म और भाग्य “Karma and Destiny” (Hindi Poetry) हमें अपने को छोड़ देना होगा उस कटी पतंग की तरह “पतंग” को नहीं मालूम कि उसको बनाने में किसी पेड़ ...
बहती नदियां बिना बांध के “Drifting River without Dam” (Hindi Poetry) बहता दरिया है ये बह जाने दे मत डाल लंगड़ उखाड़ खूटियों को निरबाँध बह जाने दे मिट्टी ...
समायोजन “Adjustment” (Hindi Poetry) सब संभव हो जाता है अगर समायोजन(adjustment) हो जीवन में फूलों में ही देखो ! कांटे भी संग जुड़े हैं मधु और गंध की लूट ...