Hindi Poetry

Hindi Poetry (हिंदी कविता) by Turaaz (तुराज़)

सरिता : “River” (Hindi Poetry)

सरिता : “River” (Hindi Poetry)

सरिता “River” (Hindi Poetry) देखता हूं तट पर खड़े सरिता को बनाते रास्ते बड़ रही सागर की तरफ कुछ पुण्य का भाव लिए सूखता तरुवर कहीं पर पुकार रहा हो ...
समायोजन : “Adjustment” (Hindi Poetry)

समायोजन : “Adjustment” (Hindi Poetry)

समायोजन “Adjustment” (Hindi Poetry)   सब संभव हो जाता है अगर समायोजन(adjustment) हो जीवन में फूलों में ही देखो ! कांटे भी संग जुड़े हैं मधु और गंध की लूट ...