पहाड़ की मौत “Death of a Mountain” (Hindi Poetry) आज फिर भयावह चीख से टूटा है कोई पहाड़ मैं गवाह हूं उसके व्यक्त दुख का जो असहनीय है- सूख चुकी ...
हर-घर तिरंगा “TriColour at every Home” (Hindi Poetry) हर घर तिरंगा घर घर तिरंगा कर दो वतन को रंग-बिरंगा आओ मिलकर आजादी का जश्न मनाएं भारत माता की गाथा ...
शब्द और वाणी “Word and Voice” (Hindi Poetry) उत्तम अभिव्यक्ति अपेक्षित है साक्षरता का साक्ष्य यही मौन प्रखर है, माध्यम भी अंतर्दृष्टि की अभिव्यक्ति यही कुछ भी शब्दों के प्रत्युत्तर ...
मैं नन्हाँ सा गुल हूं (I am a Little Flower) Hindi Poetry मैं उस पेड़ का फूल नहीं जिसमें मंद मंद मुस्कान नहीं न झरे मधु, बिखरे गंध नहीं न ...
आत्म-रुप में जीवन (Life in Self) Hindi Poetry जब आत्मा ही न हो तुममें तो तुम श्रृंगार करोगे कैसे कर भी लो भला तो तुम जचोगे कैसे गर ज्योति जगी ...
कुदरत की आवाज़ (Voice of the Nature) (Hindi Poetry) मैं चुप हूं एक मूक बधिर सी हूं दया आती है मुझको उस पर जिसको मैंने कोख में पाला वही ...
मेरे होने की खुशी…. The Pleasure of being me (Hindi Poetry) मेरे होने की खुशी जिसको है मेरे न होने का गम भी उसी को होगा व्यवसाइयों का क्या है ...
जिंदगी पर कविता -4 (Hindi Poetry) निरुत्तर हूं और निशब्द भी जीवन को जीकर ही जानी मैंने जीवन की परिभाषा बहता नीर निर्मल सा जैसे दुग्ध – स्फटिक धारा हिम ...
जिंदगी एक रहस्य “Life is a Mystery” (Hindi Poetry) बड़ी सतरंगी है तू जिंदगी कभी हंसती बहुत है कभी रोती भी बहुत है कोल्हू के बैल की तरह नचाती ...
जिंदगी पर कविता -2 “Poetry on Life“ (Hindi Poetry) ज़िंदगी, याद है तुझे मेरा चले आना, सब बेइंतजाम था कितना बेपरवाह था मैं न रिश्तों का पता था न अपने ...