वैश्विक कोरोना महामारी: “International Corona Pandemic” ( Hindi Poetry)
अंतराष्ट्रीय कोरोना महामारी “International Corona Pandemic” (Hindi Poetry) बहुत थे जिनको मैं, अब खोजता हूं उन जैसा कभी कोई दिखता भी है पर वह कभी, कहीं नहीं दिखते जब भी ...
फिक्र मत कर “गैरों” को समझने की, ख़ुद को समझने से “ख़ुदा” मिल जाता है! “तुराज़”… ✍❤