गर्भ कहां है जीवन का “Where is the Womb of Being” (Hindi Poetry) चूहेदानी चूहे के पीछे कब भागी है चूहा ही आता है, बेचारा फंस जाता है दुख ...
दृढ़ निश्चय “Determination” (Hindi Poetry) निष्काम रह सकूं कर सकूं पूजा अर्चना सम्मान कर सकूं सभी का इतनी समझ, शुद्धि और बुद्धि दे…. मैं विकसित हो सकूं ...
बुद्ध नहीं हूं मैं “I am not Buddha” (Hindi Poetry) शब्द हूं निशब्द गंतव्य है मेरा मन हूं मन के पार चले जाना है… रोग हूं रोगमुक्त होना ...
परछाई “Shadow” (Hindi Poetry) जीवन के हर सुख दुख में मैंने अपनी परछाई को देखा मैं जब जब भी नाचा हूं खुशी में मैंने उसको भी नाचते देखा…. ...
दिया तले अंधेरा क्यों है? “Darkness under the Lamp” (Hindi Poetry) दिया तले अंधेरा क्यों है? इतना डर इतनी घबराहट सब भरा भरा सा है बाहर अंदर इतना खालीपन क्यों ...
“मैं”को खोजता हूं मैं I am Searching “I” (Hindi Poetry) मेरे मैं की पीढ़ा असहनीय है पर खाज का सा सुख उसका प्रारंभ है जैसे प्रसव की पीढ़ा खो सी ...
गुरु गोविंद है गुरु प्रकाश है “Guru Almighty Guru Light” (Hindi Poetry) गुरु गोविंद गुरु प्रकाश रूप में आकर उजियारा करता है घट में गुरु आवाज बनकर ...
राम अयोध्या आए हैं “Lord Ram Reached Ayodhya” (Hindi Poetry) प्रभु राम आए अयोध्या में विराजत रहे अपने भवन में मंदिर नव निर्माण हुआ प्रतिष्ठित हुए भगवान अयोध्या में…….. ...
पत्थर दिल पत्थर “Stone Heart Stone” (Hindi Poetry) एक पत्थर से राह पर मिला था मैं एक दिन सहम सा गया था मैं वह था बड़ा बेरहम… उससे लगी ...
राम रमण कर “Be with Lord Ram” (Hindi Poetry Turaaz) राम रमण कर तू मन मेरे राम रमण कर.. राम रमण से राम श्रमण से पाप कटें सब तेरे ...