तुराज़ की शायरी -16 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) एहसास हो गमों का गर तुम्हें तो बच लीजिए “जनाब” जमाने में ये गम फ्री में मिला करते हैं… ...
लम्हे “Present Moment” (तुराज़ की हिंदी कविताऐं) लम्हों का क्या है यह तो आते जाते रहते हैं कुछ यादों में गम कुछ खुशी दे जाते हैं पर, लम्हे तो ...
शिक्षक दिवस “सर्वगुरु” “Teachers Day” (Hindi Poetry) सब गुरु हैं सबको नमन है मेरे जीवन में सब बड़े हैं मैं छोटा रहूं सीखता रहूं यही मेरा प्रण है बचपन में ...
तुराज़ की शायरी -13 “Turaaz ki Shayari”-13 (Hindi Poetry) उधार की बातों को संजोता रहा ज्ञान समझकर अब तकदीर को कोसता हूं एक कौने में बैठकर राह का इल्म लेना ...
जीवन में क्या पाया ? “What did you get from Life”? (Hindi Poetry) एक सपना सा था शायद! मैं आया था जगत में एक खेत और कुछ बीज लिए, खेत ...