Tag: तुराज़

आलोचक : “Critics” ( Hindi Poetry)

आलोचक : “Critics” ( Hindi Poetry)

आलोचक “Critics” (Hindi Poetry)   आलोचक अगर सच्चा आलोचक हो तो जीवन बदल देता है कहीं जीने की समझ तो कहीं रिश्तों की समझ कहीं खुद को बदलने की समझ ...
सरिता : “River” (Hindi Poetry)

सरिता : “River” (Hindi Poetry)

सरिता “River” (Hindi Poetry) देखता हूं तट पर खड़े सरिता को बनाते रास्ते बड़ रही सागर की तरफ कुछ पुण्य का भाव लिए सूखता तरुवर कहीं पर पुकार रहा हो ...