कोरोना वायरस से सावधानी “Corona Virus Awareness” (Hindi Poetry) किसी देश के किसी शहर में किसी कॉलोनी के किसी घर में किसी कमरे में किसी शख्श को खांसी उठी थी ...
कर्म और भाग्य “Karma and Destiny” (Hindi Poetry) हमें अपने को छोड़ देना होगा उस कटी पतंग की तरह “पतंग” को नहीं मालूम कि उसको बनाने में किसी पेड़ ...
बहती नदियां बिना बांध के “Drifting River without Dam” (Hindi Poetry) बहता दरिया है ये बह जाने दे मत डाल लंगड़ उखाड़ खूटियों को निरबाँध बह जाने दे मिट्टी ...
कौन रोक पाया है कशिश प्यार की जैसे दरिया बहे चला जाता है समन्दर की तरफ, परवाह भी किसे है रास्ता ढूँढने की चलता है तो खुद बखुद रास्ता बनता ...
“ महकती ही रहे फिजा यूं ही तेरी मुस्कान से प्रभु ने तुझे बनाया ही है इसीलिए”……… फूलों की सी दुनिया होती उसमें मुस्कराता फूल होता “मैं” तो माली कितना ...