Tag: turaaz hindi poetry

तन्हाई : “Loneliness” (Hindi Poetry) “Shayari”

तन्हाई : “Loneliness” (Hindi Poetry) “Shayari”

तन्हाई “Loneliness”  (Hindi Poetry) “Shayari” जिसने भी तन्हाई में जीना सीख लिया उसी से रू-ब-रू हुई है “ज़िंदगी” हकीकत तो यही है “तुराज़” कि भीड़ में भी तन्हा ही होता ...
फूल होने की चाह : A Desire to become a Flower (Hindi Poetry)

फूल होने की चाह : A Desire to become a Flower (Hindi Poetry)

“ महकती ही रहे फिजा यूं ही तेरी मुस्कान से  प्रभु ने तुझे बनाया ही है इसीलिए”……… फूलों की सी दुनिया होती उसमें मुस्कराता फूल होता “मैं” तो माली कितना ...