बुद्ध नहीं हूं मैं “I am not Buddha” (Hindi Poetry) शब्द हूं निशब्द गंतव्य है मेरा मन हूं मन के पार चले जाना है… रोग हूं रोगमुक्त होना ...
परछाई “Shadow” (Hindi Poetry) जीवन के हर सुख दुख में मैंने अपनी परछाई को देखा मैं जब जब भी नाचा हूं खुशी में मैंने उसको भी नाचते देखा…. ...
दिया तले अंधेरा क्यों है? “Darkness under the Lamp” (Hindi Poetry) दिया तले अंधेरा क्यों है? इतना डर इतनी घबराहट सब भरा भरा सा है बाहर अंदर इतना खालीपन क्यों ...
“मैं”को खोजता हूं मैं I am Searching “I” (Hindi Poetry) मेरे मैं की पीढ़ा असहनीय है पर खाज का सा सुख उसका प्रारंभ है जैसे प्रसव की पीढ़ा खो सी ...
कुंभ स्नान ही मेरा जीवन “Spiritual Poetry” (Hindi Poetry) संयम हो, अनुशासन हो तब बातें आध्यात्म की हों कुछ नियम कर्म हों भ्रमण हो, तीर्थ हो प्रयाग, काशी मथुरा ...
विपश्यना ध्यान में “ईर्यापथ” “Iriyapath inVipashyna Meditation” (Buddha Motivation) विपश्यना ध्यान में ईरियापथ एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। विपश्यना ध्यान की शुरुआत होती है आनापान स्मृति योग ...
“चांद” पर तुराज़ की कविता “Poetry on Moon” (Hindi Poetry) कोई चांद पर नजर रखता है कोई नजर चुराता है और एक शायर है जो चांद पर ही लिखता ...
नव वर्ष मंगलमय हो “Happy New year” (Hindi Poetry Turaaz) नए साल की शुभ प्रभा की मंगल रश्मियां उमड़ पड़ी हैं देखो नए ही पल की शुरुआत हुई है ...
लम्हे “Present Moment” (तुराज़ की हिंदी कविताऐं) लम्हों का क्या है यह तो आते जाते रहते हैं कुछ यादों में गम कुछ खुशी दे जाते हैं पर, लम्हे तो ...
जीवन का फलसफा “Poetry on Life” (Hindi Poetry) दोनों ही बातें हैं जीवन में कुछ गाने हैं कुछ बेगाने हैं कहीं हलचल है बहुत कहीं बहुत सुनसानी है दोनों ही ...