प्यार की पकड़ “Hold of Love” (Hindi Poetry) शुरुआत प्यार की ऐसे ही होती है कुछ भी भा जाता है मन को। फिर जगती है पाने की इच्छा मैं और ...
(Hindi Poetry) “Shayari” यही तो “अदा” है उसकी खामोश सा रहता है और निगाहों से दिल में घर कर जाता है…. ...
“कौन कब जी सका है मुहब्बत के बगैर मग़र दुनियाँ में मुहब्बत का हमदर्द भी कहाँ मिलता है” “मुहब्बत” चीज ही ऐसी है न भूख है, न प्यास है, जुबां ...