“मैं”को खोजता हूं मैं I am Searching “I” (Hindi Poetry) मेरे मैं की पीढ़ा असहनीय है पर खाज का सा सुख उसका प्रारंभ है जैसे प्रसव की पीढ़ा खो सी ...
अनंत की यात्रा “Journey to Infinity” (Hindi Poetry) उठो चलो, बड़ो आगे को रुक नहीं जाना है वैसे ही बहुत देर हो गई है अब आगे को बड़ते जाना है ...
अद्भुत “Amazing” (Hindi Poetry) इस नीले आसमान के नीचे इस धरती का एक कण हूं मैं पर कितना अद्भुत हूं मैं चारों तरफ फैली हुई इस बहुरंगी दुनियां का एक ...