“बेवजह-बेचैनी (Restlessness Without Reason)” (Hindi Poetry) कितना कहने को है कोई सुनता हो तब तो.. क्यों भागे जाते हो थोड़ा सांस तो ले लो …. एक दिन ऐसा ही होने ...
“जीवन की स्वीकृति (Acceptance Of Life)“ (Hindi Poetry) सब को नमस्कार है, सब कुछ स्वीकार है। प्रथम नमन शरीर दिया जिन लालन-पालन, सुख-दुख का बोझ लिया जिन प्राण-नूर भरा, परम-पुरुष ...
“निभते हुए रिश्ते” (Relationship)“ (Hindi Poetry) देखा तो है हमने अंधड़ में लचीले पेड़ों को लचक रिश्तों में हो इतनी गर, उम्र सहज ही कट जाती है झुलसे हुए पेड़ों ...
“अविरल वक़्त (Continuous Time)“ (Hindi Poetry) ख़ुशी के तरीके सबके अपने-अपने हैं आरजी ही सही पर कुछ वक्त वक़्त को तो, भुला ही देते हैं वक़्त की फिदरत है खींचता ...
“मौत का डर (Fear Of Death)” (Hindi Poetry) कब किसने सोचा था, की थम सी जाएगी दुनिया अपनों से अब तक बचा सा रहता था, मैँ वक्त के बहाने ...