विश्व पर्यावरण दिवस “World Environment day” (Hindi Poetry) जब सांसें हैं तन में “मैं” जीवन ऊर्जा की उस धड़कन को सुन पाता हूं जब मन में घनी शांति हो ...
तुराज़ की शायरी -11 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) कुछ थोड़े ही था बस, बातों बातों में एक बात बन गई वह भी बातों बातों में बात करने लगे ...
मेरे होने की खुशी…. The Pleasure of being me (Hindi Poetry) मेरे होने की खुशी जिसको है मेरे न होने का गम भी उसी को होगा व्यवसाइयों का क्या है ...
अद्भुत “Amazing” (Hindi Poetry) इस नीले आसमान के नीचे इस धरती का एक कण हूं मैं पर कितना अद्भुत हूं मैं चारों तरफ फैली हुई इस बहुरंगी दुनियां का एक ...
कौन हूं मैं ? “Who am I” (Hindi Poetry “Shayari”) मैं सोचता हूं रोज उठकर कि मैं सोकर कहां चला जाता हूं। मैं उठता हूं, फिर निकल पड़ता हूं, ...
If there is a contradiction Between our thoughts and actions, Then we are deceiving ourselves, not anyone else. अगर हमारी “सोच” और “करनी” में फर्क है तो हम किसी और ...
जब से भी मनुष्य ने होश संभाला होगा, उसका मानसिक विकास (Psychological Evolution) हुआ होगा, तब से ही वो इस बात पर निरन्तर प्रयोग कर रहा है कि ये मन कैसे उसके ...