Author: Turaaz

"प्रेम" मुक्त-आकाश में उड़ती सुगंध की तरह होता है उसे किसी चार-दिवारी में कैद नहीं किया जा सकता। ~ तुराज़
कुंभ स्नान ही मेरा जीवन “Spiritual Poem” (Hindi Poetry)

कुंभ स्नान ही मेरा जीवन “Spiritual Poem” (Hindi Poetry)

कुंभ स्नान ही मेरा जीवन “Spiritual Poetry” (Hindi Poetry)   संयम हो, अनुशासन हो तब बातें आध्यात्म की हों कुछ नियम कर्म हों भ्रमण हो, तीर्थ हो प्रयाग, काशी मथुरा ...
संकल्प शक्ति और मन “Will Power” (Motivational Thoughts)

संकल्प शक्ति और मन “Will Power” (Motivational Thoughts)

संकल्प शक्ति और मन “Will Power” (Motivational Thoughts)   मनुष्य की इच्छाएं और महत्वाकांक्षा ही उसे दुर्बल बना देती है और सांसारिक महान भी। मगर जीवन के अंत अंत तक ...