Hindi Poetry तुराज़ की शायरी -16 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) तुराज़ की शायरी -16 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) एहसास हो गमों का गर तुम्हें तो बच लीजिए “जनाब” जमाने में ये गम फ्री में मिला करते हैं… ... by Turaaz • 29 Dec, 202301 Jan, 2024