Hindi Poetry मुहब्बत : Love (Hindi Poetry) “Shayari” “कौन कब जी सका है मुहब्बत के बगैर मग़र दुनियाँ में मुहब्बत का हमदर्द भी कहाँ मिलता है” “मुहब्बत” चीज ही ऐसी है न भूख है, न प्यास है, जुबां ... by Turaaz • 10 Nov, 202110 Nov, 2021