Hindi Poetry तुराज़ की शायरी -2 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) तुराज़ की शायरी -2 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) हसरतें कम हों गर, “मायूस” समझ लेते हैं लोग हसरतें बड़ गई हैं अब बेचैन दिल कहते हैं लोग ... by Turaaz • 06 Sep, 202213 Sep, 2022
Hindi Poetry तुराज़ की शायरी -1 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) तुराज़ की शायरी -1 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) कहां रह पाता हूं मैं बिन तेरे दीदार के मेरे जिगर में धड़कन तुझ ही से है। हर रात का ... by Turaaz • 04 Sep, 202213 Sep, 2022