तुराज़ की शायरी -10 Turaaz ki Shayari-10 (Hindi Poetry) कुछ बचा लेने की तमन्ना में कुछ सपने मेरे राख हुए हैं। कुछ पा लेने की जिद में कुछ दीये, रौशन ...
तुराज़ की शायरी -3 “Turaaz ki Shayari” -3 (Hindi Poetry) जिंदगी भर दूसरे को हराता रहा “आदमी” पर मैंने तो हर आदमी को “खुद” से हारते देखा है। ...
जिंदगी पर कविता “Poetry on Life“ (Hindi Poetry) जिंदगी से मत पूछो जिंदगी की कहानी जो जी रहे हो, अभी जिंदगी इसी में छिपी है तुम्हारी सारी कहानी “जिंदगी”, किसी की ...