Hindi Poetry गर्भ कहां है जीवन का “Where is the Womb of being” ( Hindi Poetry) गर्भ कहां है जीवन का “Where is the Womb of Being” (Hindi Poetry) चूहेदानी चूहे के पीछे कब भागी है चूहा ही आता है, बेचारा फंस जाता है दुख ... by Turaaz • 05 Dec, 2025
Hindi Poetry आत्म-रुप में जीवन (Life in Self) Hindi Poetry आत्म-रुप में जीवन (Life in Self) Hindi Poetry जब आत्मा ही न हो तुममें तो तुम श्रृंगार करोगे कैसे कर भी लो भला तो तुम जचोगे कैसे गर ज्योति जगी ... by Turaaz • 21 Jul, 2022