प्यार ही प्यार है
“Only Love exists”
(Spiritual Thoughts)
प्यार दुनिया की सबसे बड़ी धरोहर है। प्यार से ही यह दुनिया बनती और चलती है। प्यार से ही सब बनता है और प्यार से ही सब बढ़ता जाता है। फैलता जाता है और प्यार से ही सब एक दूसरे से जुड़ जाते हैं। एक दूसरे में समा जाते हैं।
प्यार ही जीवन का आधार भी है। जहां प्यार में थोड़ी भी कमी होती है वहीं विकास धीमा पड़ जाता है। सुस्ती आ जाती है और गर्मजोशी कम हो जाती है। परिणाम यह होता है कि आगे की ओर बढ़ते कदम धीमी होने लगते हैं। लक्ष्य दूर दिखाई देने लगता है और थकान भी महसूस होने लगती है।
प्यार के सिवाय और कोई जरिया नहीं खुशी को महसूस करने का, मन की प्रफुल्लता का, मन की शांति का, आत्मविश्वास का, श्रद्धा और संतोष का, सुख और समृद्धि का।
सबसे बड़ी बात यह है की दुनिया को बनाने और चलने वाली वह कुदरत का पता भी हमें प्यार से ही चलता है। जीवन प्यार से ही बनता भी है और चलता भी है और प्यार से बनकर प्यार में ही समा भी जाता है।
हमें प्यार बांटना चाहिए यही हमारे जीवन का आधार भी है।