जीवन से प्रेम करो
“Love Life”
(Motivational Thoughts)
जिस व्यक्ति को जीवन से प्रेम है वह जीवन को ऐसे ही संजो कर रखता है जैसे कोई धनी व्यक्ति अपनी माया को संभाल कर रखता है। कोई सुहागन औरत अपने मंगलसूत्र को गले में पहन कर रखती है उससे बेइंतहा प्यार करती है।
“बुद्ध कहते हैं कि जिस प्रकार बड़ी संपत्ति वाला व्यापारी थोड़े से साथी होने के कारण संकट पूर्ण मार्ग को त्याग देता है। उसी प्रकार जीवन से प्रेम करने वाला व्यक्ति पाप के मार्ग को त्याग देता है।”
सोचो! क्या कोई व्यक्ति, जो जीवन से प्रेम करता होगा वह अपने जीवन को व्यर्थ के झगड़ों में, शराब कबाब, नशा, व्यभिचार, तृष्णा, वासना मैं व्यर्थ में बर्बाद करेगा। वह तो जीवन को संजो कर रखता है।
खूब सुख और खुशी में इसको बिताता है वह पाप कर्म खट्टे नहीं करता। वह तो बुद्ध पुरुषों के सानिध्य में, प्रेम में अपना जीवन लगाता है।