नकारात्मक चिंतन से बचें!
“Avoid Negative Thinking”
(Motivational Thoughts)
जो व्यक्ति नकारात्मक चिंतन करता है और अपने पूर्वाग्रहों, आडंबर, पाखंड, दिखावा, झूठ, कुरितियां और समाज में चल रहे कुतर्क और अवैज्ञानिक बातों से प्रभावित होता है उस व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है कि वह जब भी वह अपने लक्ष्य को निर्धारित करे तो पहले अपना अवलोकन कर ले।
अपने मन को समझना होगा। अपने विचारों को देखना होगा। क्योंकि किसी भी लक्ष्य में सफल होने के लिए और लक्ष्य की तरफ पहला कदम बढ़ाने के लिए यह जरूरी है कि अपने अंदर अवलोकन करके अपनी नकारात्मक चिंतन करने वाली प्रवृत्ति और समस्त अव्यवहारिक विचारों को वह नजरअंदाज कर दे। ओवरथिंकिंग की आदत छोड़ दे। तभी वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
लक्ष्य की तरफ बढ़ना और नकारात्मक चिंतन भी करते रहना एक सफल व्यक्ति के लक्षण नहीं हैं। और न ही इन लक्षणों से कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य में सफल हो सकता है। लक्ष्य प्राप्ति के लिए हमेशा ही मनुष्य को दृढ़ संकल्प, सकारात्मक सोच व निरंतर लक्ष्य प्राप्ति के लिए अभ्यास करने की जरूरत होती है।