Hindi Poetry तुराज़ की शायरी -8 “Turaaz ki Shayari -8” (Hindi Poetry) तुराज़ की शायरी -8 “Turaaz ki Shayari-8” (Hindi Poetry) सब सोचते हैं – काश जिंदगी आसाँ होती… मगर, अगर आसाँ होती तो हम रोते हुए क्यों आते… “”””””””””””” “गैर” कोई ... by Turaaz • 12 Nov, 202212 Nov, 2022