Hindi Poetry तुराज़ की शायरी -1 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) तुराज़ की शायरी -1 “Turaaz ki Shayari” (Hindi Poetry) कहां रह पाता हूं मैं बिन तेरे दीदार के मेरे जिगर में धड़कन तुझ ही से है। हर रात का ... by Turaaz • 04 Sep, 202213 Sep, 2022