अहंकार को समझें
“Understand Ego”
(Motivational Thoughts)
The ego is two-faced. One moment it tells us we are great and the next minute it tells us we are terrible.
Either way, we are blind to the reality of who we are.
True humility is watching what lies between the apex.
“I am good at some things and not so nice at others”. I am well-intentioned but inadequate.
Instead of the ego’s all or nothing, humility enables us to understand our shortcomings and want to improve.
हमारा अहंकार दो मुंह वाला होता है। एक समय यह कहता है हम बहुत अच्छे हैं और अगले ही मिनट में यह कहता है कि हम बहुत खराब हैं।
ये दोनों ही बातें यह बताती हैं कि हमें सच्चाई का पता नहीं है।
लेकिन हकीकत इन दोनों के बीच में है। “मैं कुछ चीजों में बहुत अच्छा हूं मगर कुछ में ठीक नहीं हूं”
मैं अच्छा करना चाहता हूं मगर नहीं कर पा रहा हूं।
अपने अहम को बताने के बजाय “सादगी” अपनी कमजोरियों को जानकर उनको दूर करने का प्रयास करती है।