Author: Turaaz

"प्रेम" मुक्त-आकाश में उड़ती सुगंध की तरह होता है उसे किसी चार-दिवारी में कैद नहीं किया जा सकता। ~ तुराज़
वर्तमान में जीने की कला “Live in the present” (Spiritual Motivation)

वर्तमान में जीने की कला “Live in the present” (Spiritual Motivation)

वर्तमान में जीने की कला “Live in the present” (Spiritual Motivation)   वर्तमान में जीने का अर्थ है होशपूर्वक पल पल जिंदगी को जीना। वैसे तो हमें हमेशा ही यही ...
चिंता क्यों करते हैं? “Why to Worry” (Motivational Thoughts)

चिंता क्यों करते हैं? “Why to Worry” (Motivational Thoughts)

चिंता क्यों करते हैं? “Why to Worry” (Motivational Thoughts)   चिंता क्यों करते हैं? चिंता करने से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता बल्कि मानसिक और शारीरिक समस्याएं पैदा ...
कुंभ स्नान ही मेरा जीवन “Spiritual Poem” (Hindi Poetry)

कुंभ स्नान ही मेरा जीवन “Spiritual Poem” (Hindi Poetry)

कुंभ स्नान ही मेरा जीवन “Spiritual Poetry” (Hindi Poetry)   संयम हो, अनुशासन हो तब बातें आध्यात्म की हों कुछ नियम कर्म हों भ्रमण हो, तीर्थ हो प्रयाग, काशी मथुरा ...
संकल्प शक्ति और मन “Will Power” (Motivational Thoughts)

संकल्प शक्ति और मन “Will Power” (Motivational Thoughts)

संकल्प शक्ति और मन “Will Power” (Motivational Thoughts)   मनुष्य की इच्छाएं और महत्वाकांक्षा ही उसे दुर्बल बना देती है और सांसारिक महान भी। मगर जीवन के अंत अंत तक ...